Ayushman Bharat Digital Mission (ABDM) के चार मुख्य बिंदु क्या है?
ABDM में प्रत्येक नागरिक को एक स्वास्थ्य आईडी-एक यूनिक 14-अंकीय संख्या दी जाएगी।
इस आईडी में हर स्वास्थ्य परीक्षण, हर बीमारी, डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन, ली गई दवाओं और निदान का विवरण होगा।
हेल्थ आईडी व्यक्ति के मूल विवरण और मोबाइल नंबर या आधार नंबर का उपयोग करके बनाई जाएगी।
ABDM के तहत स्वास्थ्य आईडी नि: शुल्क और स्वैच्छिक है। सरकार का दावा है कि स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण करने से राज्यों और स्वास्थ्य कार्यक्रमों को बेहतर योजना बनाने, बजट को बेहतर बनाने और बेहतर तरीके से लागू करने और पैसे बचाने में मदद मिलेगी।
मंडाविया कहते हैं, “भारत में लोगों के स्वास्थ्य को ट्रैक करने के लिए लोगों को एक डिजिटल स्वास्थ्य आईडी प्रदान की जाएगी। यह सामान्य रूप से बेहतर रिकॉर्ड रखने को बढ़ावा देती है और रोगियों को सभी सम्बंधित स्वास्थ्य रिकॉर्ड को एक जगह रखने में सक्षम है।” यह लोगों के लिए डिजिटल स्वास्थ्य सेवा और अधिक सुलभ बनाकर और डिजीटल स्वास्थ्य जानकारी की वर्तमान स्थिति में सुधार करने में मदद करेगा।
पिछले साल, अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान, माननीय प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन अभियान की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘ हर भारतीय को हेल्थ आईडी कार्ड मिलेगा। हर बार जब आप किसी डॉक्टर या फार्मेसी के पास जाते हैं, तो सब कुछ इस कार्ड में दर्ज हो जाएगा। डॉक्टर के अपॉइंटमेंट से लेकर दवा तक, आपके हेल्थ प्रोफाइल में सब कुछ उपलब्ध होगा। “
मिशन को पुडुचेरी, चंडीगढ़, लद्दाख, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दमन, दीव, दादरा और नगर हवेली सहित छह केंद्र शासित प्रदेशों में पायलट आधार पर शुरू किया गया था।
DigiQure ने इस ओर क्या कार्य किये है?
डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएँ देश के हर व्यक्ति तक सुलभ, किफायती और समावेशी तरीके से पहुँच सके इसलिए DigiQure गाँवों और छोटे शहरों में टेलीमेडिसिन आधारित ई-क्लीनिक केंद्रों की स्थापना कर रहा है। इसमें गाँवों व छोटे शहरों में प्रैक्टिस कर रहे RMP डॉक्टर्स और मेडिकल स्टोर चला रहे फार्मासिस्ट को भी पार्टनर बना कर आसान तरीके से ई-क्लीनिक संचालन किया जाता है।
पिछले एक वर्ष में मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार एवं राजस्थान में 40 से अधिक DigiQure E-Clinic शुरू कर हजारों ग्रामीण लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुँचाया है।
यहाँ ग्रामीण मरीजों को बहुत ही काम फीस में शहरों के विशेषज्ञ डॉक्टरों से वीडियो परामर्श एवं डिजिटल प्रेस्क्रिप्शन दिलाया जाता है और साथ ही बी.पी., शुगर, आदि स्वास्थ्य जाँच भी कर दी जाती हैं।
इतना ही नहीं दवाओं का इंतजाम एवं लैब टेस्ट के सैंपल कलेक्शन की पूरी व्यवस्था भी DigiQure की टीम द्वारा की जाती है, ताकि मरीज को बड़े शहरों की यात्रा करने की ज़रुरत न पड़े।
इस तरह ई-क्लीनिक आने वाले मरीजों के धन व समय की काफी बचत हो जाती है।
इसके अलावा DigiQure के क्लीनिक मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर प्लेटफार्म से जुड़कर 2000 से अधिक डॉक्टरों ने अपनी प्रैक्टिस को डिजिटल बनाया है।
DigiQure ने हाल ही में अपनी विश्वसनीय टेक्नोलॉजी के द्वारा आयुष विभाग, मध्यप्रदेश शासन के लिए टेलीमेडिसिन ऐप्प AyushQure भी विकसित किया जिससे लगभग 4000 मरीजों ने सफलतापूर्वक आयुष डॉक्टरों से वीडियो कॉल द्वारा स्वास्थ्य परामर्श प्राप्त किया है।
माननीय प्रधानमंत्री जी के डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया मिशन को पूरा करते हुए DigiQure E-Clinic एक स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए संकल्पबद्ध है ताकि अच्छे स्वास्थ्य सबका अधिकार बन सके।
अधिक जानकारी के लिये DigiQure से संपर्क करे:
ई-मेल: eclinic@digiqure.com
फोन: 7880008330