यदि आप अपने छोटे बच्चों के दांतों की उचित देखभाल नहीं करते हैं, तो उनमे कीड़े लगने की सम्भावना ज्यादा रहती है। एक से लेकर तीन साल की उम्र के बच्चे अपने दांतों की देखभाल खुद नहीं कर सकते। ऐसी स्थिति में, माता-पिता को उनके दांतों की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। दांत निकलने से पहले, उनके मसूड़ों और जीभ की सफाई पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है। इससे शिशु के दांत और मसूड़े स्वस्थ रहेंगे।
मैं डॉ निष्कर्ष जैसवाल अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बच्चो के दांतो की देखभाल के बारे में बताऊंगा। आइये हम जानते है बच्चो की दांतो की देखभाल कैसे करे।
आमतौर पर 6 महीने के बाद बच्चे के दांत निकलने शुरू हो जाते हैं, लेकिन कुछ बच्चों के 1 साल के बाद ही दांत निकलते है। इन्हें दूध के दांत कहा जाता है। बच्चे के ये दांत 3 साल तक बढ़ते हैं और 6 साल के बाद दूटने लगते हैं, जिसके बाद पक्के दांत निकल आते हैं। लेकिन स्वस्थ दांतों के लिए, स्वस्थ मसूड़ों का होना जरूरी है।
बच्चे के दांतों की देखभाल कैसे करें
जब दांत निकल आते हैं
बच्चों के दांत निकलने की प्रक्रिया उनके लिए बहुत कष्टदायक होती है। शिशु इस समय चिड़चिड़ा होता है और उसे खाने-पीने में परेशानी होती है। दांत निकलने पर बच्चे को हल्के दस्त और बुखार की शिकायत भी हो सकती है।
दांतो की सफाई करे
खिलाने के बाद, बच्चे के मसूड़ों को एक साफ कपड़े से पोंछ लें। यह दांतो की चिपचिपी परत से छुटकारा पाने में मदद करेगा जो दांतों को नुकसान पहुंचा सकती है।
रोज़ दो बार ब्रश जरूर करे
बच्चे के मसूड़े सॉफ्ट होते है इसलिए एक सॉफ्ट टूथब्रश का ही इस्तेमाल करे। सर्कुलर मोशन में ब्रश करें। जीभ साफ करना न भूलें।
रात को दूध की बोतल न दें
अक्सर कुछ माताएं अपने बच्चे को सोने के लिए दूध की बोतल मुंह में डालती हैं, लेकिन लंबे समय तक इसे बाहर नहीं निकालती हैं। जब शिशु सो रहा हो, तो दूध की बोतल मुंह में न डालें। इससे दाँत मैं कैविटीज होने की संभावना बढ़ जाती है। 1 वर्ष की उम्र से, अपने बच्चे को बोतल से दूध पिलाने की आदत छुड़ाना शुरू करे और कप से दूध पिलाना शुरू करें।
पेसिफायर का उपयोग ठीक नहीं है
कई बार पेसिफायर नीचे गिर जाता हैं और बच्चा फिर से उसे मुंह में डालता है। इससे मौखिक स्वास्थ्य बिगड़ता है। बच्चे की मौखिक स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। जब दाँत निकलते हैं, तो माता-पिता अक्सर बच्चे को शांत करने की लिए पेसिफायर देते है। जब बच्चा एक साल का हो जाए, तो उसे पेसिफायर देना बंद कर दें।
चलिए अब में आपको बताता हूँ की क्यों जरूरी है बच्चो के दांतो के देखभाल।
बच्चे के दांतों की देखभाल करना क्यों महत्वपूर्ण है
स्वस्थ मुस्कान बनाये रखने के लिए
बच्चे के दूध के दांत पक्के दांतों के लिए जगह बनाते है। इसका मतलब है कि दांतों की देखभाल मुंह और मसूड़ों की सही व्यवस्था निर्धारित करती है। यह आपके बच्चे के आत्म-सम्मान को बढ़ावा देगा और जीवन भर स्वस्थ मुस्कान के लिए मंच तैयार करेगा।
बच्चे के दांतों को कीड़े लगने से रोकने में मदद करें
बच्चे के दांतों की अच्छी देखभाल दांतो में कीड़े लगने से रोक सकती है जो आपके बच्चे को बहुत दर्द दे सकते हैं। उचित सफाई और देखभाल से दांतो में कीड़ा लगने की संभावना कम हो जाएगी।
अपने बच्चे को अच्छी दंत आदतें सिखाएं
बच्चे के दांतों की देखभाल करना आपके बच्चे को अच्छी दंत आदतों के महत्व को सिखाने में पहला कदम है। तो अब आप बच्चे के दांतों की देखभाल के बारे में काफी कुछ जान गए होंगे।
एक डेंटिस्ट होने के नाते में सभी पेरेंट्स को ये बताना चाहता हूँ कि अपने बच्चो के दांतो का अच्छे से ख्याल रखे। और कोई भी दिक्कत आने पर डेंटिस्ट को जरूर दिखाए।